जो किसान सम्मान बन ,थे भारत की शान ।। है राम बने मजदूर सब, छोड़ खेत खलिहान ।।
जो किसान सम्मान बन , थे भारत की शान ।। है राम बने मजदूर सब, … Read More
जो किसान सम्मान बन , थे भारत की शान ।। है राम बने मजदूर सब, … Read More
मैं याद करूँ तुम्हें, ओर तुम याद आओ मुझे ! बेशक दोनो पलो का एहसास … Read More
तुम “हरि” को खोजते हो यही पर गलती करते हो।। तुम “हरि” में खो जाओ … Read More
पा लेता हु ख़ुदको, नया सा हर दिन में.. ये सोचें की मंज़िलो को भी, … Read More
मशगूल है ज़माने में कुछ लोग अभी, जो बातें कभी फ़ुरसत की किया करते थे … Read More
ज़हन में पड़े वहम के छालें, अक्सर लोग पेरों तराशते है !
कारीगर था, बना के ‘घर’ चला गया । लोग आए, घर को ‘मका’ बना दिया … Read More
एक ही जग़ा रहकर हम जुदा रहे, कभी वो ख़ुदा, कभी हम बाख़ुदा रहे ।